नर्मदा नदी होशंगाबाद में खतरे के निशान से 10 फीट ऊपर, बाढ़ से हालात बिगड़े, सेना को बुलाया गया
होशंगाबाद में नर्मदा का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। बिगड़ते हालात को देखते हुए प्रशासन ने सेना बुलाई है। संभागयुक्त रजनीश श्रीवास्तव ने इसकी पुस्टि की है। एनडीआरएफ की टीम भी बुलाई गई हैं। नर्मदा का रौद्र रूप देखकर याद आई 1973 की भीषण बाढ़, आज ही दिन पानी-पानी हुआ था पूरा शहर। शनिवार सुबह 9 बजे तक नर्मदा का जलस्तर 973 फीट तक पहुंच गया है। जो खतरे के निशान से 6 फीट ऊपर चल रहा है।
होशंगाबाद में हालात बिगड़ते देख सेना बुलाई गई है और एयरफोर्स से भी प्रशासन की टीम संपर्क में है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आज भोपाल और सागर संभाग में सोयाबीन की फसल नुकसान का एरियल सर्वे का दौरा निरस्त कर बैठक की और प्रदेश के हालात की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हालातों की समीक्षा की और अधिकारियों को राहत व बचाव के लिए लगातार काम करने को कहा। उन्होंने प्रदेश की जनता के नाम दिए सन्देश में कहा कि भारी वर्षा के कारण प्रदेश के बड़े हिस्से विशेषकर जबलपुर, भोपाल और होशंगाबाद संभाग के कई गांवों और शहरों में बाढ़ जैसी परिस्थितियां निर्मित हो रही है।
मां नर्मदा और उनकी सहायक नदियां इस समय उफान पर हैं। बांधों से भी लगातार पानी छोड़ा जा रहा है, इस कारण भी जलस्तर तेजी से बढ़ा है। होशंगाबाद में तो नर्मदा माँ सुबह 10 बजे तक ही 973 के उच्चतम स्तर को पार कर चुकी हैं। होशंगाबाद में नर्मदा पर खतरे का निशान 964 पर है।
◆ अगले 48 घण्टे सतर्क रहना है -
सीएम चौहान ने कहा कि अभी 48 घंटे भारी वर्षा की संभावना है लेकिन घबराने की जरूरत बिल्कुल नहीं है। मैं आपको सावधान करने के लिए कह रहा हूं इस घड़ी में आप बिल्कुल चिंतित ना हों।जहाँ-जहाँ जरूरी वहां राहत के सुरक्षा के बचाव के सभी आवश्यक काम किए जाएंगे। हमारी एसडीआरएफ की टीमें सक्रिय हैं। जहां जरूरत है, वहां एनडीआरएफ भेज रहे हैं। सेना और एयरफोर्स को हमने सतर्क किया है। आज भी छिंदवाड़ा के चौरई में बेलखेड़ा में फंसे मधु को एयरलिफ्ट करके निकाला गया है। बोट, अन्य उपकरण की उचित व्यवस्था की गयी है।
◆ होशंगाबाद, रायसेन, सिहोर के 16 गांव में भरा पानी -
मुख्यमंत्री ने कहा कि होशंगाबाद, बरेली, शाहगंज अभी तक 16 गांव ऐसे हैं जहां बाढ़ का पानी घुसने की स्थिति है। इन ग्रामों के बहन और भाई चिंतित न हों, उन को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया जा रहा है। ऐसे ग्रामों में रहने वाले बहन-भाइयों से मेरी अपील है, बिना किसी जिद के तत्काल हमको निचले स्थान छोड़ देने चाहिए। प्रशासन जिस सुरक्षित स्थान पर हमको ले जा रहा है, वहां तत्काल हमको जाना चाहिए। इस स्थानों पर भोजन-पेयजल-दवाइयों का पूरा इंतज़ाम किया जायेगा। कोरोना के संकट को देखते हुए भी प्रशासन आवश्यक व्यवस्था बनायेगा। गांव-शहरों में भी हाई अलर्ट घोषित किया गया है।
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