कृषि मंत्री कमल पटेल को खेतों में अपने बीच पाकर किसान उत्साहित
खराब फसलों के सर्वे के साथ पंचनामा बनाने के सभी कलेक्टर को निर्देश जारी
कमल पटेल की अपील किसान 31 अगस्त तक आवश्यक रूप से करा लें फसलों का बीमा
हरदा/भोपाल । प्रदेश में अतिवर्षा से क्षतिग्रस्त हुई फसलों का जायजा लेने कृषि मंत्री कमल पटेल ने लगातार तीसरे दिन गांव और खेतों का दौरा कर किसानों से चर्चा की। कृषि मंत्री कमल पटेल किसानों को फसल बीमा योजना के लिए प्रेरित कर रहे हैं इसके साथ ही व्यापक सर्वे कर शासन स्तर पर भी क्षतिपूर्ति दिलाने का भरोसा दिला रहे हैं। कमल पटेल को इस तरह अपने बीच खेतों में पाकर किसान हैरान हैं।
मंत्री कमल पटेल ने गांव और खेतों के निरीक्षण के तीसरे दिन अपने गृह जिले हरदा के गांवों का दौरा किया। कमल पटेल ने सामरधा, नीमगांव, छिडगांव, जामली चौराहा, ग्राम बिछोला, सोनतलाई, हनीफाबाद, करणपुरा में खेतों पर जाकर खराब हुई फसलों का निरीक्षण कर किसानों से चर्चा की। भ्रमण के दौरान कृषि मंत्री कमल पटेल ने नीमगांव में जम्भेश्वर मंदिर में दर्शन किए और प्रदेश के कल्याण की प्रार्थना की। कमल पटेल ने बिछोला में नर्मदा सागर डेम के बैक वाटर का अवलोकन किया, यहां डेम के पानी से काफी क्षेत्र डूब में आ गया है। कृषि मंत्री कमल पटेल ने सोनतलाई में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तथा मुख्यमंत्री सड़क का लोकार्पण किया गया। ग्राम हनीफाबाद में प्रधानमंत्री सड़क का लोकार्पण किया।
कृषि मंत्री कमल पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर गांवों का दौरा कर रहे हैं। अतिवर्षा की स्थिति में फसलों के खराब होने की आशंका के चलते राज्य सरकार ने किसानों की ओर से मांग उठने के पहले से खराब फसलों के सर्वे का अभियान शुरू कर दिया है। कृषि मंत्री कमल पटेल के साथ कृषि और राजस्व विभाग का पूरा अमला इस अभियान में झोंक दिया गया है। कमल पटेल शनिवार को हरदा जिला पंचायत की सभा में हिस्सा लेंगे। कमल पटेल ने इसके एक दिन पहले 3 जिलों के विभिन्न गाँवों में क्षतिग्रस्त फसलों का जायजा लिया। कमल पटेल ने प्रवास के दौरान सीहोर, देवास एवं खंडवा जिले के विभिन्न गाँवों में फसलों को हुई क्षति का जायजा लिया ।
मंत्री श्री पटेल ने ग्राम कोठरी एवं खॉचरोद, देवास जिले में खातेगाँव के ग्राम कुसमानिया, बागली के ग्राम बड़कन और सतवास में फसलों का जायजा लिया। कमल पटेल ने बैरसिया विधानसभा क्षेत्र के गांवों का दौरा कर अपने अभियान की शुरुआत की। कृषि मंत्री कमल पटेल खेतों में पहुंच कर किसानों से चर्चा कर भरोसा दिला रहे हैं कि वे स्वंय और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान किसान पुत्र और किसान हैं, किसानों की समस्याओं से वह परिचित हैं, किसानों को कोई नुकसान नहीं हो इसके लिए हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं। कमल पटेल ने कहा कि किसानों की ओर से मांग उठने से पहले सरकार उनके साथ खड़ी है। कमल पटेल ने किसानों को बताया कि फसल बीमा योजना की अंतिम तारीख अब 31 अगस्त कर दी गई है, जिन किसानों ने अभी तक बीमा योजना नहीं ली है वह समय रहते बीमा करा लें, किसानों को बीमा लाभ के साथ ही आरसीबी 6 में भी क्षतिपूर्ति दी जाएगी। उन्होंने बताया कि बीते वर्ष के फसल बीमा की क्षतिपूर्ति राशि एक माह में किसानों तक पहुंचा दी जाएगी।
◆ सर्वे का पंचनामा बनाना आवश्यक -
कृषि मंत्री कमल पटेल ने किसानों के बीच फिर दोहराया कि मनमर्जी से सर्वे के बजाय सभी कलेक्टर को निर्देश दिए गए हैं कि अब गांवों में मुनादी पिटवाकर कैंप लगाए जाएं और किसान का नाम उसका रकबा और फसल का विवरण भरकर व्यापक सर्वे कराया जाए तथा गांव के सरपंच और ग्रामीणों के हस्ताक्षर के साथ पंचनामा भी बनाया जाए और रिपोर्ट तीन प्रतियों में तैयार कर एक पंचायत भवन पर चस्पा हो ताकि ग्रामीण भी यह देख सकें कि उनका नाम सूची में आने से छूटा तो नहीं है।
कमल पटेल ने कहा कि इस तरह के सर्वे में गड़बड़ी की कोई गुंजाइश नहीं होगी और किसानों को इसका लाभ मिल सकेगा। कृषि मंत्री कमल पटेल ने किसानों से चर्चा में कहा कि फसल बीमा योजना के लिए पंजीयन का काम अॉनलाइन और अॉफलाइन जारी है, किसान कैंपों में जाकर फसलों का बीमा करा लें जिससे उनको लाभ दिलाया जा सके। कृषि मंत्री के गांव - गांव और खेतों में जाकर चर्चा करने से किसानों में खुशी की लहर है और उनमें समय रहते पर्याप्त क्षतिपूर्ति मिलने की उम्मीद जगी है।
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