भोपाल। मध्यप्रदेश में भ्रष्ट अधिकारी -कर्मचारी के खिलाफ लोकायुक्त पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है। इसी कड़ी में सागर लोकायुक्त ने छतरपुर के खजुराहो थाना और तहसील राजनगर के सहकारी समिति धवाड़ के समिति प्रबंधक अरुण कुमार गुप्ता पिता शंकरलाल के यहां छापामार कार्रवाई की है। कार्रवाई में 12 हजार रुपए वेतन पाने वाला कर्मचारी 213 प्रतिशत आय से अधिक संपत्ति का मालिक निकला।
लोकायुक्त डीएसपी मंजू सिंह, निरीक्षक अभिषेक वर्मा और रणजीत सिंह के साथ 10 सदस्यीय टीम ने आरोपी के निवास स्थान ग्राम धवाड़ तहसील राजनगर में छापेमार कार्रवाई की। लोकायुक्त की टीम को 200 प्रतिशत आय से अधिक संपत्ति होने के प्रमाण मिले हैं। इतना ही नहीं तलाशी के दौरान लोगों के हस्ताक्षरित खाली चेक सहित अन्य लोगों की रजिस्ट्रियां भी मिली हैं।अभी तक घर से 10 से अधिक रजिस्ट्रियां और 20 से अधिक चेकबुक/पासबुक मिला है। आरोपी ब्याज पर पैसा देता था, उसके बदले में ऋण प्राप्तकर्ता से हस्ताक्षरित ब्लैंक चेक ले लेता था। लोकायुक्त पुलिस ने 89 लाख 53 हजार की संपत्ति उजागर की।रविवार अवकाश के कारण बैंक बंद होने से खातों की जानकारी नहीं मिल पाई है। समाचार के लिखे जाने तक लोकायुक्त की कार्रवाई जारी थी।
छापे में 213 % आय से अधिक संपत्ति के प्रमाण लोकायुक्त को मिले : डीएसपी श्रीमती मंजूसिंह के नेतृत्व में निरीक्षक अभिषेक वर्मा एवं रणजीत सिंह के साथ 10 सदस्यीय दल द्वारा आरोपी अरुण कुमार गुप्ता के निवास स्थान ग्राम धवाड़ तहसील राम नगर ,ज़िला छतरपुर में तड़के सुबह 06:00 बजे छापामार तलाशी कार्रवाई प्रारंभ की गई, जिसमें अभी तक की तलाशी कार्यवाही में लगभग 213 % आय से अधिक संपत्ति होने के प्रमाण मिले है।
तलाशी के दौरान लोगों के साइन करे खाली चेक मिले
अब तक जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक आरोपी सेल्समैन अरुण कुमार गुप्ता के निवास पर विलासिता की सभी वस्तुएँ पायी गई। तलाशी के दौरान लोगों के हस्ताक्षरित खाली चेक पाये है ।अन्य लोगों की रजिस्ट्रियां भी मिलीं। जिसके संबंध में जानकारी प्राप्त हुई है कि आरोपी ब्याज पर पैसा देने का कार्य करता है, जिसके बदले में ऋण प्राप्तकर्ता से हस्ताक्षरित ब्लैंक चेक ले लेता था।
10 से अधिक रजिस्ट्री, 20 से अधिक चेक बुक : आरोपी के द्वारा प्रॉपर्टी में भी निवेश करने के प्रमाण मिले है, 10 से अधिक रजिस्ट्री मिली हैं । 20 से अधिक चेकबुक/पासबुक छापे के दौरान मिलीं हैं। आरोपी एवं परिजनों के 04 बैंक खातों की जानकारी प्राप्त होना शेष है। लोकायुक्त की टीम की कार्यवाही जारी है।
12 हजार रुपये महीना वेतन वाला सेल्समैन करोड़पति : लोकायुक्त एसपी ने बताया कि जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक अरुण कुमार गुप्ता ने जब करीब 20 साल पहले नौकरी ज्वाइन की थी तब उसका वेतन 1500/- रुपये रहा होगा और वर्तमन में उसका वेतन 15 हजार रूपए मासिक है, अंदाजा लगाया गया कि यदि वैध आया की गणना की जाये तो अरुण कुमार गुप्ता के पास 8 लाख की संपत्ति होनी चाहिए लेकिन ये करोड़ों में निकली है, लोकायुक्त एसपी योगेश्वर शर्मा का कहना है कि ये संपत्ति और अधिक हो सकती है सभी दस्तावेजों का सत्यापन होने के बाद सही आंकड़ा सामने आएगा ।
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