भोपाल। घर हो या खाली जमीन या फिर दूकान इनकी खरीदी बिक्री के लिए रजिस्ट्री की आवश्यकता होती है,इसके लिए बहुत सी प्रक्रियाओं से गुजरना होता है. पर इन प्रक्रियाओ के एक पहलु को मध्यप्रदेश सरकार ने आसान बना दिया है. आज से रजिस्ट्री के नियम को बदल दिया गया है, रजिस्ट्री को डिजिटल बनाने के लिए आज सीएम डॉ . मोहन यादव द्वारा संपदा 2.0 (Sampada 2.0 App) नाम का एक नया सॉफ्टवेयर लॉन्च किया जा रहा है।
अब नहीं पड़ेगी गवाह की जरूरत :नियमो के संसोधन की जानकारी डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा ने दी है. उन्होंने कहाँ रजिस्ट्री प्रक्रिया को पूरी तरह डिजिटल बनाया जा रहा है।अब आपको गवाह लाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी और न ही बार-बार रजिस्ट्री ऑफिस के चक्कर लगाने पड़ेंगे।
55 जिलों में लांच होगा सम्पदा 2.0 सॉफ्टवेयर :संपदा 2.0 नाम के सॉफ्टवेयर का पायलट प्रोजेक्ट मध्यप्रदेश के 4 जिलों में चलाया गया था. जिसे अब मध्यप्रदेश के 55 जिलों में लागू किया गया है। गुना, हरदा, डिंडौरी और रतलाम इसका प्रोजेक्ट चलाया गया था.
क्या होगा लाभ :आज से लागू होने वाले नए नियमो से यह फायदा होगा की खरीदार और विक्रेता की पहचान आधार और पैन कार्ड के माध्यम से होगी। केवायसी इसका मुख्य आधार होगी, वीडियो कॉल के माध्यम से भी kyc की सुविधा मिलेगी। साथ ही संपत्ति की जीआईएस मैपिंग, बायोमेट्रिक पहचान और दस्तावेजों का अपने आप फॉर्मेट होना जैसी कई नई सुविधाएं भी शामिल हैं।
दस्तावेज के लिए नहीं जाना पड़ेगा रजिस्ट्रार ऑफिस :इस सॉफ्टवेयर का सबसे बड़ा फायदा यह है की अब संपदा 2.0″ के माध्यम से डिजिटल सिग्नेचर डॉक्यूमेंट बनाये जा सकेंगे। जिससे आपको रजिस्ट्रार ऑफिस के चक्कर नहीं काटने पड़ेगे। पंजीयन अधिकारी भी वीसी के माध्यम से kyc कर पाएंगे। दस्तावेजों की ई-कॉपी डिजी लॉकर, व्हाट्सएप और ई-मेल पर भी होगी। इसकी मदद से रजिस्ट्री प्रक्रिया में आसानी होगी और समय की बचत होगी।
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